मनोहर बहुत खुश नज़र आया। वह दिल्ली गया था। वहां से शाम होने तक लौट आया। वह परिवार संग गया था। उसने परेड देखी। उसने अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा को भी देखा। उनके पास बैठी मिशैल ओबामा को भी देखा। हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कल्गी वाली पगड़ी पर भी उसकी आंखें टिकी रहीं। वे शानदार दिख रही थी। प्रधानमंत्री मोदी पर काले चश्मे फब रहे थे। वे क्या कमाल के दिख रहे थे।
मेरे मित्र के लिये यह पहला मौका था जब वह गणतंत्र दिवस की परेड देखने दिल्ली गया था। वह काफी समय तक बारिश में जरूर भीगा लेकिन उसके अनुसार ऐसे मौके बार-बार नहीं आते जब दो देशों के महान नेता एक मंच पर हों।
वह हर बार दिल्ली जाना चाहेगा। गणतंत्र दिवस का समारोह उसे इतना भाया कि वह उसे कभी भुला नहीं पायेगा। मैं खराब स्वास्थ्य के चलते उसके साथ नहीं जा पाया। मैंने टेलीविजन पर समारोह का पूरा आनंद लिया।
मनोहर रेबड़ी और गजक जरूर लाया जो मुझे पसंद है।
-हरमिन्दर सिंह चाहल.