मौसम करवट लेता रहता है। फरवरी की शुरूआत में ठंड गायब सी हो गयी। सभी जानते हैं कि जब ठंड लौटेगी तो क्या हाल होगा?
हां, किसी ने भविष्यवाणी कर दी कि फरवरी में रूक-रूक कर सर्दी का प्रकोप होता रहेगा। दूसरे ने कहा कि सर्दी कहीं गयी नहीं। वह लौटेगी और ऐसे लौटेगी कि किसी की भी हालत खराब कर दे। तीसरे ने कहा कि कोहरा ट्रेनों के पहिये थाम देगा।
एक बुजुर्ग बहुत ध्यान से सुन रहे थे। वे हंसे। बोले -"ये लोग बकवास करते हैं। जिंदगी के कितने दौर मैं देख चुका। कितने मौसम आये और गये। क्या से क्या नहीं देखा मैंने। लेकिन आजकल भविष्यवाणियों ने तो कमाल कर दिया है। मौसम से डर कैसा?"
लोग मौसम से घबरा जाते हैं। सीधी सी बात है, मौसम खराब होना न आपके बस की बात, न मेरी। कुदरत का कहर होगा तो कोई बचेगा भी नहीं। न भविष्यवाणी करने वाले, न बहादुरी दिखाकर रोला पीटने वाले।
फरवरी का पहला मंगलवार साल का सबसे शानदार दिन कहा जा सकता है।
-हरमिन्दर सिंह चाहल.
हमारा इ-मेल पता है : gajrola@gmail.com
फेसबुक पेज : facebook.com/vradhgram
ट्विटर पर फोलो करें : twitter.com/vradhgram